Sunday, November 24, 2024
HomeUncategorizedकेदारनाथ मंदिर की चारों दीवारों पर चढ़ेगा सोना, कार्य शुरू

केदारनाथ मंदिर की चारों दीवारों पर चढ़ेगा सोना, कार्य शुरू


– काशी विश्वनाथ व सोमनाथ मंदिर की तरह भव्य व दिव्य रूप में दिखेगा मंदिर

देहरादून: केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह की चारों दीवारों सोने की परत चढ़ई जाएगी। काशी विश्वनाथ व सोमनाथ मंदिर की तर्ज पर सोने की परतें चढ़ाई जाएंगी। श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) को यह कार्य करने की अनुमति शासन ने दे दी है।
केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह की चारों दीवारों पर सोने की परत लगाने के साथ ही चारों खंभों, जलहरी, छत्र आदि सभी सोने की लगाई जाएंगी। इसके लिए मंदिर में ट्रायल का कार्य शुरू हो गया है। वर्तमान में मंदिर का गर्भगृह चांदी से लगी है। 2017 में एक दानीदाता के सहयोग से बीकेटीसी ने गर्भगृह की चारों दीवारों पर चांदी की परतें चढ़ाई थीं। इसका वजन करीब दो कुंतल तीस किलोग्राम से अधिक था। इसके साथ जलहरी, छत्र आदि को चांदी से निर्मित कराया था।

वर्तमान में महाराष्ट्र के एक दानीदाता ने केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में चांदी की परत के स्थान पर सोने की परत चढ़ाने की इच्छा व्यक्त की थी। इस पर बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेन्द्र अजय ने अगस्त माह में प्रदेश के धर्मस्व व संस्कृति सचिव हरी चंद्र सेमवाल को पत्र लिख कर अनुमति मांगी थी। विगत दिवस शासन ने बीकेटीसी को इसकी अनुमति प्रदान कर दी थी।

शासन से अनुमति मिलने के बाद श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मंगलवार देर रात्रि से गर्भगृह की दीवारों से चांदी की प्लेटें उतारने का काम शुरू किया गया। बुधवार को भी दोपहर एक बजे से साढ़े तीन बजे तक यह काम जारी रहा और सभी प्लेटें उतार दी गईं। बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि चांदी की प्लेटें उतारने के बाद ट्रायल के रूप में तांबे की परत चढ़ाई जाएगी, जिससे देखा जाएगा कि साइज ठीक है या नहीं। चांदी की प्लेटें उतारने से पूर्व कुछ दिन पहले गर्भगृह का नाप लिया गया था। पूर्व में लिए गए नाप के अनुसार तांबे की परत बनाई गई है। नाप तोल करने के बाद अंत में सोने की परत उसी नाप की बनाने के बाद लगाने की कार्रवाई की जाएगी।

अजेंद्र ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धाम के दिशा-निर्देश में केदारनाथ को भी सोमनाथ व काशी विश्वनाथ मंदिर की तरह दिव्य व भव्य रूप दिया जा रहा। उन्होंने उम्मीद जताई की अक्टूबर माह तक बाबा केदार का गर्भगृह पूरी तरह से स्वर्णमंडित हो जाएगा। उन्होंने बताया कि गर्भगृह पर चढ़ाई गईं चांदी परतें कुछ समय बाद की गंदी हो जाती हैं और इन्हें फिर कैमिकल का उपयोग कर साफ़ किया जाता है। अब गर्भगृह में सोने की जो प्लेटें लगाई जाएंगी वह लेमिनेट होंगी। इससे इसकी चमक कम नहीं होगी, और केवल पानी से ही इसे धोया जा सकेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments