देहरादून: देहरादून के माजरा से 13 वर्षीय किशोर के अपहरण की साजिश आरोपित मुस्तकीम ने रची थी। मुस्तकीम फिलहाल फरार है। वह इस मामले में गिरफ्तार किए गए वसीम उर्फ मुमताज का छोटा भाई है और आपराधिक प्रवृत्ति का है। वसीम और मुस्तकीम तीसरे आरोपित मो. अबरार के साथ शटरिंग का काम करते थे। मो. अबरार भी फिलहाल पुलिस की गिरफ्त में है।
पटेलनगर कोतवाली के इंस्पेक्टर प्रदीप राणा ने बताया कि मो. अबरार और वसीम मुस्लिम कालोनी में किराये के मकान में बच्चों के साथ रहते थे। वहीं, मुस्तकीम मुरादाबाद में रहता है। मो. अबरार और वसीम माजरा क्षेत्र में डेढ़-दो साल से निर्माणाधीन मकानों में शटरिंग लगाने का काम कर रहे थे। इसी दौरान मुस्तकीम ने मो. अबरार और वसीम को रातोंरात अमीर बनने का लालच देकर अपहरण कर फिरौती मांगने का सुझाव दिया। इसके लिए उन्होंने माजरा क्षेत्र में कई माह तक ऐसे परिवार की तलाश की, जिनके यहां बच्चा हो और उनकी आर्थिक हालत भी ठीक हो।
इसी क्रम में तीन-चार माह पहले उन्होंने माजरा निवासी आटो चालक मो. आबिद के 13 साल के बेटे मो. अली का अपहरण करने की योजना बनाई। इसके लिए मो. अबरार और वसीम ने रविवार को मुस्तकीम को मुरादाबाद से देहरादून बुलाया। दोपहर करीब ढाई बजे तीनों ने अली का अपहरण कर लिया। हालांकि, आरोपितों की योजना पूरी तरह सफल नहीं हो पाई और पुलिस ने कुछ ही घंटों के भीतर मो. अबरार और वसीम को दबोचने के साथ ही बच्चे को प्रेमनगर क्षेत्र से बरामद कर लिया।