हरिद्वार। उत्तराखंड में शुक्रवार से चारधाम यात्रा शुरू हो जाएगी। सबसे पहले 10 मई को यमुनोत्री और गंगोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट खोल दिए जाएंगे। इससे पहले गंगोत्री धाम के रावल शिव प्रकाश महाराज हरिद्वार के मनसा देवी चरण पादुका स्थल पहुंचे। यहां उनका मां मनसा देवी मंदिर के ट्रस्टी अनिल कुमार शर्मा और रवि गिरि ने भव्य स्वागत किया। इसके बाद विधि विधान के साथ भोग प्रसाद के लिए खाद्य सामग्री का एक ट्रक गंगोत्री धाम के लिए रवाना किया। यह सामग्री मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट की ओर से भेजी गयी है।
गंगोत्री धाम के रावल शिव प्रकाश महाराज ने बताया कि इस बार गंगोत्री मंदिर के कपाट अक्षय तृतीया के दिन 10 मई को पूरे विधि विधान के साथ खोले जाएंगे। उन्होंने बताया कि 9 मई को मुखीमठ यानी मुखबा से मां गंगा की डोली गंगोत्री धाम के लिए रवाना होगी, जो भैरों घाटी में रात्रि विश्राम के बाद 10 मई को गंगोत्री धाम पहुंचेगी। वहां पूरे विधि विधान और मंत्रोच्चारण के साथ ही गंगोत्री धाम के कपाट खोल दिए जाएंगे। गंगोत्री धाम में सामग्री और राज भोग प्रसाद आरती की व्यवस्था करने पर रावल शिव प्रकाश महाराज ने मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी का आभार जताया।
वहीं मनसा देवी ट्रस्ट के सदस्य रवि गिरि ने बताया कि यह प्रथा प्राचीन काल से चली आ रही है। सरकार की गाइडलाइन और परंपरा के अनुसार, पहले श्रद्धालु मां मनसा देवी मंदिर पहुंचकर आज्ञा लेकर चारधाम यात्रा शुरू करते थे। उन्होंने बताया कि श्री गंगोत्री धाम के प्रसाद भोग हेतु खाद्य सामग्री श्री मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट द्वारा प्रेषित की जा रही है। उन्होंने कहा कि जब पूर्व में भी चारधाम की यात्रा प्रारंभ होती थी, तो यात्रा से पूर्व श्रद्धालु जन मां मनसा देवी मंदिर में पहुंचकर चारधाम यात्रा के लिए आज्ञा लेकर यात्रा प्रारंभ करते थे, ताकि उनकी यात्रा सकुशल संपन्न हो।
गंगोत्री धाम के लिए भोग प्रसाद की सामग्री हुई रवाना
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