देहरादून: केदारनाथ विधानसभा सीट पर भाजपा ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। अभी तक इस सीट पर प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। अलबत्ता टिकट की प्रमुख दावेदार पूर्व विधायक शैलारानी रावत ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में सोमवार को नामांकन पत्र खरीद दिया है, जिससे भाजपा के भीतर केदारनाथ सीट पर चल रही खींचतान व कलह का पता चलता है।
केदारनाथ विधानसभा सीट पर इस बार भाजपा में टिकट को लेकर शुरुआत से ही विवाद की स्थिति बनी रही। पहले भाजपा के निष्कासित नेता हरक सिंह रावत के केदारनाथ से चुनाव लड़ने को लेकर चर्चा थी। लेकिन अचानक भाजपा से निष्कासित होने के बाद फिर से स्थानीय दावेदारों के बीच जोर आजमाइस शुरू हो गई। पर अभी तक भाजपा ने इस सीट पर अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है।
सूत्रों के अनुसार यह सीट भाजपा के लिए काफी महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी इस विधानसभा सीट में लगातार पिछले पांच वर्षो में पांच बार आए हैं, ऐसे में भाजपा हर हाल में यह सीट जीतना चाहती है।
वहीं नए घटनाक्रम में पूर्व विधायक व टिकट की मजबूत दावेदार शैलारानी रावत ने सोमवार को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में टिकट खरीदा है। हालांकि अभी नामांकन पत्र जमा नहीं किया है। इससे इस सीट पर भाजपा के भीतर कहल के भी साफ संकेत हैं। जबकि इस सीट पर कांग्रेस की ओर से वर्तमान विधायक मनोज रावत दूसरी बार उम्मीदवार हैं।
केदारनाथ सीट को लेकर भाजपा में संशय बरकरार
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