देहरादून। जम्मू कश्मीर में ड्यूटी के दौरान बर्फ में पैर फिसलने से सूबेदार सत्ये सिंह बिष्ट का निधन हो गया था। रविवार को उनका ऋषिकेश पूर्णानंद घाट पर सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस मौके पर सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने बलिदानी सत्ये सिंह के पार्थिव शरीर को कंधा दिया। वहीं, सत्ये सिंह की अंतिम विदाई में सभी लोगों की आंखें नम हो गई। बता दें कि बीती दिनों जम्मू कश्मीर के तंगधार में बर्फ में पैर फिसलने से गढ़वाल राइफल में तैनात सूबेदार सत्ये सिंह पुत्र गोपाल सिंह बिष्ट (उम्र 42 वर्ष) का निधन हो गया था। सूबेदार सत्ये सिंह 17 गढ़वाल राइफल में तैनात थे। वे मूल रूप से टिहरी गढ़वाल जिले के रहने वाले थे। अभी उनका परिवार डोईवाला के कोटी अठुरवाला में रहता है। रविवार सुबह उनका पार्थिव शरीर अठुरवाला स्थित आवास पर अंतिम दर्शन के लिए लाया गया। जैसे ही उनका पार्थिव शरीर पहुंचा, वैसे ही परिवार वाले बिलख पड़े। हर कोई परिवार को ढांढस बंधाने की कोशिश में जुटा रहा, लेकिन अपने को खोने के दर्द में परिवार वाले बिलखते रहे। सत्ये सिंह अपने पीछे दो बेटियां और एक बेटा छोड़ गए हैं।
सूबेदार सत्ये सिंह बिष्ट का पार्थिव शरीर पंचतत्वों में विलीन
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