Sunday, November 24, 2024
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राज्य में कानून-व्यवस्था की समीक्षा के संबंध में मुख्य सचिव ने की बैठक

देहरादून: मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सोमवार को राज्य में कानून-व्यवस्था की समीक्षा के संबंध में समस्त जिलाधिकारियों तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों के साथ विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की| इस दौरान अपर मुख्य सचिव ने पुलिस-प्रशासन में हर स्तर पर अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने के कड़े निर्देश दिए।साथ ही उन्होंने उच्च अधिकारियों को अधीनस्थ स्तर के प्रभावी सुपरविजन के भी निर्देश दिए।

वहीं, आगामी त्यौहारों के दृष्टिगत राधा रतूड़ी ने सभी जिलाधिकारियों व पुलिस अधीक्षकों को अपराधिक तत्वों पर निगरानी,  शहरों की ट्रैफिक व्यवस्था मजबूत करने, पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था करने,  संभावित आगजनी की घटनाएं रोकने, पटाखों की बिक्री के दौरान एसओपी, एनजीटी तथा माननीय न्यायालय के निर्देशों का पालन सुनिश्चित करनेके स्पष्ट निर्देश दिए हैं।

एसीएस ने आगामी त्यौहारों को देखते हुए पर्याप्त पार्किंग व्यवस्था के लिए खाली पड़े स्थानों में पार्किंग की व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने जिलों में समस्त पुलिस अधीक्षकों को पीक टाइम में शाम को 6 बजे से 10 बजे के बीच पुलिस अधिकारियों को फील्ड में तैनात रहने के भी निर्देश दिए है।

वहीं, संभावित आगजनी की घटनाओं के नियंत्रण के लिए एसीएस रतूड़ी ने फायर ब्रिगेड के साथ ही एसडीआरएफ की मदद लेने के निर्देश दिए हैं।

बैठक में डीजीपी अशोक कुमार ने अपराधिक घटनाओं पर प्रभावी रोक के लिए जिलों के पुलिस अधीक्षकों को बेसिक ड्रिल, डॉग स्कॉयड, एटीएस टीम, बीडीएस टीम के माध्यम से निगरानी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।


अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि रेवन्यू पुलिस के कार्यों का हस्तान्तरण रेगुलर पुलिस को प्रथम चरण में अगले छः माह में 6 थानों और 20 चौकीयों में सुनिश्चित कर दिया जाएगा। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को इस सम्बन्ध में जल्द से जल्द विस्तृत प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए।

एसीएस ने इस दिशा में प्रशासन को प्रो-एक्टिव मोड पर कार्य करने के निर्देश दिए। वहीं जिलों में एण्टी नारकोटिक्स टास्क फोर्स को मजबूत करने के लिए रतूड़ी ने जिलाधिकारियों को प्रत्येक माह नियमित बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि राज्य को ड्रग्स फ्री देवभूमि 2025 मिशन को सफल बनाने के लिए जनजागरूकता अभियान चलाना,  नशामुक्ति के क्षेत्र में प्रभावी काम वाले एनजीओं को प्रोत्साहित करना तथा स्कूल कॉलेजों में पैरेन्टस-टीचर्स बैठक आयोजित करना आवश्यक है।

उन्होंने आगे कहा कि युवाओं को नशे से दूर रखने में पुलिस के अतिरिक्त शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, प्रशासन के साझे प्रयासों की जरूरत है।

बैठक में विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, आईजी ए. पी. अंशुमन, गृह अपर सचिव रिद्धिम अग्रवाल, देहरादून जिलाधिकारी सोनिका, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर व सभी जिलों के जिलाधिकारी तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक उपस्थित रहें।

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