-श्रद्धांजलि सभा को बनाया बहस का अखाडा
देहरादून: प्रदेश के एक वर्तमान कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल व पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के बीच उस समय नोकझोंक हो गई जब वह एक श्रद्धांजलि समारोह में शामिल होने आए हुए थे। कुछ दिन पूर्व हरक सिंह रावत ने एक प्रेस बयान जारी कर कहा था कि जब वह अपने मंत्रिमंडल के दौरान नैतिकता के आधार पर त्यागपत्र दे सकते हैं, तो प्रेमचंद अग्रवाल क्यों नहीं त्यागपत्र दे सकते हैं। हरक सिंह के इस बयान से कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल नाराज चल रहे थे, जिसके चलते जब वह ऋषिकेश में आयोजित एक श्रद्धांजलि समारोह में शामिल होने आए हुए थे तो इस बीच उनका सामना पूर्व मंत्री हरक सिंह से हो गया। मंत्री अग्रवाल ने इस बयान पर हरक सिंह को टोका तो हरक सिंह ने भी उन्हें मौके पर जवाब दिया।
मनसा देवी गुमानीवाला में वरिष्ठ पत्रकार अरुण शर्मा के पिता के निधन पर आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल शामिल हुए थे। इस बीच पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत भी वहां पहुंच गए। सामान्य भेंट होने के बाद अग्रवाल ने हरक सिंह को इस बात पर टोका कि वह बार-बार क्यों उनसे त्यागपत्र की मांग कर रहे हैं। जिसके जवाब पर हरक सिंह ने कहा था कि जब मैं मंत्री था तो मैंने भी नैतिकता के आधार पर मंत्री पद से इस्तीफा दिया था।
जिस पर अग्रवाल ने कहा था कि वह तो जैनी प्रकरण था। जिसके जवाब पर हरक सिंह ने कहा कि जैनी प्रकरण भी उनके खिलाफ एक षड्यंत्र था, लेकिन फिर भी उन्होंने नैतिकता के आधार पर मंत्री पद छोड़ दिया था,